Updated on: Thu, 15 Nov 2012 12:03 AM (IST)
जागरण प्रतिनिधि, जमुई : कलम-दवात के देवता भगवान चित्रगुप्त की 15 नवम्बर को होनी वाली पूजा को लेकर कायस्थ बंधुओं ने पूरी तैयारी की है। शहर के चित्रगुप्त कालोनी में निर्धारित स्थल पर पंडाल बनाकर प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां शहर में सभी चित्रांग सामूहिक रुप से भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना करेंगे। पूजा समिति के वरिष्ठ सदस्य मनोज कुमार सिन्हा उर्फ पोली जी एवं दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि पूजा के उपरांत सहभोज का भी आयोजन किया गया है। साथ ही संध्या पहर बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि कायस्त बंधु कार्तिक महीने की द्वितीया को कलम दवात के देवता भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा अर्चना करते हैं। भगवान संसार के सभी चीजों का लेखा-जोखा रखते हैं। वैसे कलम से काम करने वाले सभी लोगों को इस भगवान की पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि सभी कायस्थ बंधु चित्रगुप्त भगवान के वंशज हैं। दूसरी ओर गुरुवार को भैया दूज की तैयारी भी बहने कर रही है। भाई के लंबी उम्र की कामना को लेकर बहनें उपवास में रहकर भैया दूज मनाती है। इस तिथि को भाई अपने बहन के घर भोजन करते हैं। शहर के इंदपै में भी भगवान चित्रगुप्त के पूजा की तैयारी की गई है। चन्द्रशेखर कुमार सिन्हा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इंदपै में सामूहिक रुप से पूजा की तैयारी की गई है।
जागरण प्रतिनिधि, जमुई : कलम-दवात के देवता भगवान चित्रगुप्त की 15 नवम्बर को होनी वाली पूजा को लेकर कायस्थ बंधुओं ने पूरी तैयारी की है। शहर के चित्रगुप्त कालोनी में निर्धारित स्थल पर पंडाल बनाकर प्रतिमा स्थापित की गई है। यहां शहर में सभी चित्रांग सामूहिक रुप से भगवान चित्रगुप्त की पूजा-अर्चना करेंगे। पूजा समिति के वरिष्ठ सदस्य मनोज कुमार सिन्हा उर्फ पोली जी एवं दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि पूजा के उपरांत सहभोज का भी आयोजन किया गया है। साथ ही संध्या पहर बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि कायस्त बंधु कार्तिक महीने की द्वितीया को कलम दवात के देवता भगवान चित्रगुप्त जी की पूजा अर्चना करते हैं। भगवान संसार के सभी चीजों का लेखा-जोखा रखते हैं। वैसे कलम से काम करने वाले सभी लोगों को इस भगवान की पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि सभी कायस्थ बंधु चित्रगुप्त भगवान के वंशज हैं। दूसरी ओर गुरुवार को भैया दूज की तैयारी भी बहने कर रही है। भाई के लंबी उम्र की कामना को लेकर बहनें उपवास में रहकर भैया दूज मनाती है। इस तिथि को भाई अपने बहन के घर भोजन करते हैं। शहर के इंदपै में भी भगवान चित्रगुप्त के पूजा की तैयारी की गई है। चन्द्रशेखर कुमार सिन्हा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी इंदपै में सामूहिक रुप से पूजा की तैयारी की गई है।
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