गणतंत्र दिवस 26
जनवरी 2013 पर
ग्लोबल कायस्थ फॅमिली
द्वारा आयोजित *देश के नाम आप के गान यानि आप अपने जज्बे और जूनून को एक कविता या स्लोगन में लिखे !
https://www.facebook.com/ groups/ global.kayasth.family/
www.globalkayasthfamily.co m
*कुछ बात है
कि हस्ती मिटती नहीँ
हमारी,
सदियोँ रहा है
दुश्मन दौर-ए-जहाँ
हमारा ।
सारे जहा से अच्छा
हिन्दुस्तान हमारा।।।*
भारत- विश्व के नक़्शे में
एक छोटा सा देश, जिसने
न जाने कितनी समस्याओ
को सहने के बाद भी अपने
अस्तित्व को बचाए रखा
है। चिरकाल से मुगलो,
अंग्रेजो तथा बाहरी मुल्को
ने इस पर राज्य किया है
तथा इसकी हस्ती को
मिटाने के कोशिश की है ।
किन्तु इसके तिरंगे में कुछ
ऐसी बात है कि हर बार
इसने जमाने को दिखा
दिया कि इस देश का कोई
कुछ भी बिगाड़ नहीं
सकता है।
हमारी मिटटी में, हमारे
तिरंगे में कुछ ऐसी ख़ास
बात है कि जरुरत के
समय आम आदमी भी देश
की रक्षा के लिय योध्दा
बन जाता है।
पंद्रह अगस्त, छब्बीस
जनवरी कुछ लोगो के
लिये छुट्टी मात्र है, शायद
उन्हें नहीं पता इसी
आजादी के लिए कितने
महापुरुषों ने अपने जीवन
का बलिदान
हँसते-हँसते दिया है।
गणतंत्र दिवस में
अब कुछ ही दिन बाकी है,
इस शुभ दिन को हम
सबको साथ मिलकर
हर्षोल्लास के साथ मनाना
चाहिए।
धन्यवाद
ग्लोबल कायस्थ टीम
www.globalkayasthfamily.co
*कुछ बात है
कि हस्ती मिटती नहीँ
हमारी,
सदियोँ रहा है
दुश्मन दौर-ए-जहाँ
हमारा ।
सारे जहा से अच्छा
हिन्दुस्तान हमारा।।।*
भारत- विश्व के नक़्शे में
एक छोटा सा देश, जिसने
न जाने कितनी समस्याओ
को सहने के बाद भी अपने
अस्तित्व को बचाए रखा
है। चिरकाल से मुगलो,
अंग्रेजो तथा बाहरी मुल्को
ने इस पर राज्य किया है
तथा इसकी हस्ती को
मिटाने के कोशिश की है ।
किन्तु इसके तिरंगे में कुछ
ऐसी बात है कि हर बार
इसने जमाने को दिखा
दिया कि इस देश का कोई
कुछ भी बिगाड़ नहीं
सकता है।
हमारी मिटटी में, हमारे
तिरंगे में कुछ ऐसी ख़ास
बात है कि जरुरत के
समय आम आदमी भी देश
की रक्षा के लिय योध्दा
बन जाता है।
पंद्रह अगस्त, छब्बीस
जनवरी कुछ लोगो के
लिये छुट्टी मात्र है, शायद
उन्हें नहीं पता इसी
आजादी के लिए कितने
महापुरुषों ने अपने जीवन
का बलिदान
हँसते-हँसते दिया है।
गणतंत्र दिवस में
अब कुछ ही दिन बाकी है,
इस शुभ दिन को हम
सबको साथ मिलकर
हर्षोल्लास के साथ मनाना
चाहिए।
धन्यवाद
ग्लोबल कायस्थ टीम
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